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25 Apr 2025, Fri

उदयपुर के युवक ने ‘केसरी 2’ में गाया इमोशनल-सॉन्ग:कहा-मुंबई में सफलता पाना मुश्किल नहीं, बस पूरी लगन के साथ काम करना जरूरी

झीलों की नगरी उदयपुर के 25 वर्षीय गर्वित सोनी ने बॉलीवुड में अपनी पहचान बनानी शुरू कर दी है। ‘केसरी 2’ में उनके गाए दो गानों को दर्शकों ने खूब पसंद किया है। रामगिरी स्थित पिक पर्ल टावर के रहने वाले गर्वित इन दिनों अपने गानों के लिए चर्चा में हैं। फिल्म में गर्वित ने “सुन यारा सुन यारा सुन ले मन का एक तारा परवरदिगारा” और एलबम के टाइटल सॉन्ग “कित्थे गया तू साईं” में अपनी आवाज दी है। माया नगरी मुंबई में अपनी सफलता की नई कहानी लिख रहे गर्वित का कहना है कि मुंबई में सफलता पाना मुश्किल नहीं है, बस पूरी लगन और लक्ष्य के साथ काम करना जरूरी है। उदयपुर से मुंबई तक का सफर
उदयपुर में स्कूलिंग के बाद गर्वित ने बड़ौदा में म्यूजिक का कोर्स किया और फिर मुंबई में अपना बसेरा बना लिया। तीन साल के कड़े संघर्ष और मेहनत के बाद उन्हें केसरी 2 मूवी में अपनी आवाज देने का मौका मिला। गर्वित का कहना है कि उनके पिता बचपन से कहते आए कि प्रोफेशन कोई भी चुनें, म्यूजिक को जिंदगी में जरूर उतारें क्योंकि इससे जिंदगी सुकून से चलती है। केसरी 2 में इमोशनल गाना
फिल्म में गर्वित को जलियांवाला बाग कांड के बाद के दृश्य पर गाने का मौका मिला, जहां लाशों का ढेर बिछा होता है। उन्होंने अपनी आवाज से इस इमोशनल सीन को इस कदर जीवंत किया कि दर्शकों की आंखों से आंसू निकल आते हैं। परवरदिगार गाना फिल्म का टाइटल ट्रैक है, लेकिन यह दूसरा गाना पूरी फिल्म की इमोशनल कहानी से दर्शकों को जोड़ता है। गर्वित-प्रियांश की जोड़ी कई गाने बना चुकी
करीब 3 साल पहले मुंबई आए गर्वित ने लखनऊ के एक युवा प्रियांश से दोस्ती कर जोड़ी बना ली। गर्वित-प्रियांश की जोड़ी कई गाने बना चुकी है और उन्हें लगातार नए मौके मिल रहे हैं। अक्षय कुमार-माधवन की जोड़ी; वकील शंकरन नायर की सच्ची कहानी
‘केसरी 2’ जलियांवाला बाग नरसंहार पर आधारित एक कोर्टरूम ड्रामा है। फिल्म वकील सी. शंकरन नायर की सच्ची कहानी पर आधारित है, जिन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ जलियांवाला बाग नरसंहार का केस लड़ा था। फिल्म में अक्षय कुमार ने वकील शंकरन नायर और आर माधवन ने ब्रिटिश पक्ष के वकील नेविल मैककिनले का किरदार निभाया है। अनन्या पांडे, रेजिना कैसंड्रा और अमित सियाल भी अहम भूमिकाओं में हैं। कहानी बैसाखी के दिन जनरल डायर द्वारा किए गए नरसंहार और उसके बाद कोर्ट में चले ऐतिहासिक केस पर आधारित है। फिल्म वकील नायर के बेटे रघु पलात और बहू पुष्पा पलात की किताब ‘द केस दैट शुक द एम्पायर’ से प्रेरित है।

By b.patel

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